Yamuna Pollution दिसंबर की तुलना में जनवरी में पांच जगहों पर यमुना के पानी में प्रदूषक तत्व बढ़े हैं। हालांकि तीन जगहों पर यमुना के पानी में प्रदूषक तत्व दिसंबर माह की तुलना में आंशिक रूप से कम भी हुए हैं।
नई दिल्ली, संवाददाता। यमुना का प्रदूषण नए साल में भी कम नहीं हुआ है। दिसंबर की तुलना में यह और मैली हो गई है। दिल्ली प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (डीपीसीसी) की नवीनतम रिपोर्ट के अनुसार दिल्ली में यमुना के पानी में फीकल कोलिफार्म की मौजूदगी अधिकतम स्वीकृत संख्या से 6.8 गुना के बनिस्पत लगातार बढ़ रही है।
दिसंबर माह की तुलना में जनवरी में पांच जगहों पर यमुना के पानी में प्रदूषक तत्व बढ़े हैं। इस वजह से इन जगहों पर यमुना का पानी अधिक प्रदूषित हुआ है।
डीपीसीसी ने जनवरी माह में आठ जगहों से यमुना के पानी के सैंपल लेकर जांच की। इनमें से कुछ जगहों पर यमुना के पानी में प्रदूषक तत्व दिसंबर माह की तुलना में आंशिक रूप से कम भी हुए हैं। लेकिन ज्यादातर जगहों पर यमुना के पानी में प्रदूषक तत्व सामान्य से ज्यादा पाए गए।
पल्ल, वजीराबाद, आइएसबीटी, आइटीओ पुल व असगरपुर के पास यमुना के पानी में फीकल कोलिफार्म की संख्या बढ़ी है। सीवरेज से फीकल काेलीफार्म नालों व नदियों में पहुंचकर पानी को प्रदूषित करते हैं।