पिछले साल सीबीआइ ने चांडी पूर्व केंद्रीय मंत्री के सी. वेणुगोपाल और आरोपी महिला द्वारा यौन शोषण के आरोपों से जुड़े अन्य नेताओं के खिलाफ मामलों की जांच अपने हाथ में ली थी। केरल पुलिस की अपराध शाखा द्वारा महिला की शिकायत के आधार पर जांच की गई थी
तिरुअनंतपुर, पीटीआई। सीबीआइ ने सनसनीखेज सौर घोटाले में एक मुख्य आरोपित महिला के लगाए यौन शोषण के आरोप में केरल के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस नेता ओमन चांडी को क्लीनचिट देते हुए मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट अदालत में एक रिपोर्ट पेश की है। सूत्रों ने बताया कि सीबीआइ ने यहां अदालत में रेफरल रिपोर्ट सौंपी। पिछले साल सीबीआइ ने चांडी, पूर्व केंद्रीय मंत्री के सी. वेणुगोपाल और आरोपी महिला द्वारा यौन शोषण के आरोपों से जुड़े अन्य नेताओं के खिलाफ मामलों की जांच अपने हाथ में ली थी।
चांडी सहित छह लोगों के खिलाफ मामले पिछले कुछ वर्षों में दर्ज किए गए थे और केरल पुलिस की अपराध शाखा द्वारा महिला की शिकायत के आधार पर जांच की गई थी कि 2012 में उनके द्वारा उनका यौन शोषण किया गया था। वह यूडीएफ सरकार के दौरान सौर पैनल घोटाले में आरोपित थीं। माकपा के नेतृत्व वाली केरल सरकार ने 2021 की शुरुआत में मामलों की सीबीआइ जांच की सिफारिश की थी।
चांडी के खिलाफ महिला के आरोप का कोई आधार नहीं
विपक्षी कांग्रेस ने इस कदम को राजनीतिक रूप से प्रेरित करार दिया था, यह कहते हुए कि एलडीएफ सरकार को पार्टी नेताओं के खिलाफ कुछ भी नहीं मिला और उसने निर्णय लिया क्योंकि चुनाव नजदीक थे। सूत्रों ने कहा कि सीबीआइ जांच में पाया गया है कि चांडी के खिलाफ महिला के आरोप का कोई आधार नहीं था क्योंकि यह साबित करने के लिए कोई सुबूत नहीं था कि वह उस दिन तत्कालीन मुख्यमंत्री के आधिकारिक आवास पर गईं थीं।