नई दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। Covid-19: साल के अंत में एक बार फिर कोरोना ने अपने पैर पसारने शुरू कर दिए हैं। चीन में कोरोना के बिगड़ते हालात ने सभी को चिंता में डाल दिया है। ऐसे में भारत में भी इसे लेकर सरकार अलर्ट हो गई है। खबरों की मानें तो जनवरी के मध्य में भारत में कोरोना से हालत बिगड़ने की संभावना जताई जा रही है। ऐसे में बेहद जरूरी है कि इस संक्रमण के भयानक प्रभाव से बचने के लिए जरूरी सावधानी बरती जाए। कोरोना का नया वेरिएंट ओमिक्रोन BF.7 भारत समेत दुनिया कई देशों में पहुंच चुका है। तेजी से फैलने वाले इस वेरिएंट के अब तक देश में 4 मामले समाने आ चुके हैं। ऐसे में जानते हैं इस नए वेरिएंट से जुड़ी कुछ जरूरी बातों के बारे में-
कोरोना BF.7 के लक्षण
चीन से सामने आए कोरोना के नए वेरिएंट के यूं तो कोई अलग और खास लक्षण नहीं हैं। हालांकि, ओमिक्रॉन BF.7 से संक्रमित हुए सामान्य तौर पर व्यक्ति में बुखार, गले में खराश, नाक बहना और खांसी जैसे लक्षण नजर आ रहे हैं। वहीं, कुछ लोग ऐसे भी हैं, जिन्हें दस्त और उल्टी जैसी पेट संबंधी समस्याओं का भी सामना करना पड़ रहा है। वहीं, बात करें भारत की तो यहां अब भी कोरोना के वेरिएंट ओमिक्रॉन XBB के ही ज्यादा मामले देखने को मिल रहे हैं। BA.2.10.1 और BA.2.75 से मिलकर बना XBB भारत समेत दुनिया के 34 देशों में मौजूद है। भारत में ज्यादातर लोग इसी वेरिएंट की चपेट में आ रहे हैं। ओमिक्रॉन XBB के मुख्य लक्षणों इस प्रकार है-
- थकान
- शरीर में दर्द
- सिरदर्द
- गले में खराश
- सांस लेने में तकलीफ
कितने बदले कोरोना के लक्षण?
बीते एक साल से कोरोना के लक्षणों में कोई खास बदलाव देखने को नहीं मिला है। इसकी मुख्य वजह यह हो सकती है कि पिछले एक साल से दुनियाभर में ओमिक्रॉन वेरिएंट मुख्य रूप से लोगों को अपनी चपेट में रहा है। डेल्टा के बाद से ही कोरोना के किसी नए वेरिएंट का पता नहीं चला है। ऐसे में बीते एक साल से दुनियाभर में कोरोना के मरीजों में ओमिक्रॉन के लक्षण ही देखने को मिल रहे हैं।
वैक्सीन लगाने वालों में दिख रहे ये लक्षण
कोरोना महामारी के आने के बाद से अब तक भारत की कुल जनसंख्या में से 68% से ज्यादा लोगों ने कोरोना के खिलाफ अपना वैक्सीनेशन करवा लिया है। यूके स्थित ZOE हेल्थ स्टडी के मुताबिक कोरोना के टीके लगवा चुके व्यक्ति में नाक बहना, गले में खराश, बंद नाक, लगातार खांसी और सिरदर्द जैसे लक्षण देखने को मिले हैं। वहीं, बिना वैक्सीन वाले लोगों में इसके गंभीर परिणाम नजर आए हैं।