विपक्ष की ओर से ममता बनर्जी ने राष्ट्रपति चुनाव के लिए फारूक अब्दुल्ला और गोपालकृष्ण गांधी का नाम सुझाया

 

बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की फाइल फोटो

President Election 2022 ममता बनर्जी द्वारा बुलाई गई विपक्षी नेताओं की बैठक दिल्ली के कान्स्टीट्यूशन क्लब आफ इंडिया में हुई। ममता बनर्जी ने आगामी राष्ट्रपति चुनाव के लिए एक आम उम्मीदवार पर विचार करने के लिए विपक्ष की संयुक्त बैठक बुलाई है।

नई दिल्ली, एजेंसियां। राष्ट्रपति चुनाव के लिए तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ममता बनर्जी दिल्ली में विपक्षी नेताओं के साथ अहम बैठक की। ममता बनर्जी द्वारा बुलाई गई विपक्षी नेताओं की बैठक दिल्ली के कान्स्टीट्यूशन क्लब आफ इंडिया में हुई। ममता बनर्जी ने आगामी राष्ट्रपति चुनाव के लिए एक आम उम्मीदवार पर विचार करने के लिए विपक्ष की संयुक्त बैठक बुलाई। इस दौरान विपक्षी नेताओं ने आगामी राष्ट्रपति चुनाव में एक साझा उम्मीदवार को मैदान में उतारने का एलान किया है। टीएमसी प्रमुख ने कहा कि आज यहां कई पार्टियां थीं। हमने तय किया है कि हम केवल एक आम सहमति वाले उम्मीदवार को चुनेंगे। हर कोई इस उम्मीदवार को हमारा समर्थन देगा। हम दूसरों से सलाह मशविरा करेंगे। यह एक अच्छी शुरुआत है। हम कई महीनों के बाद एक साथ बैठे और हम इसे फिर से करेंगे। वहीं, आरएसपी के एनके प्रेमचंद्रन ने बताया कि ममता बनर्जी ने राष्ट्रपति चुनाव के लिए विपक्षी उम्मीदवारों के रूप में फारूक अब्दुल्ला और गोपालकृष्ण गांधी का नाम सुझाया है।

इसके साथ ही सुधींद्र कुलकर्णी ने बताया कि विपक्षी नेताओं ने आगामी राष्ट्रपति चुनाव में एक आम उम्मीदवार को मैदान में उतारने के लिए एक प्रस्ताव अपनाया है। एक उम्मीदवार, जो वास्तव में संविधान के संरक्षक के रूप में काम कर सकता है और मोदी सरकार को भारतीय लोकतंत्र और भारत के सामाजिक ताने-बाने को और नुकसान पहुंचाने से रोक सकता है।

टीआरएस और आम आदमी पार्टी ने इस बैठक में नहीं लिया हिस्सा 

वहीं, आज की इस बैठक में कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे, एनसीपी प्रमुख शरद पवार और समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव मौजूद रहे। कांग्रेस के नेताओं समेत इस बैठक में वाम दल भी शामिल रहे। ममता बनर्जी की अगुआई में हुई इस बैठक में कई पार्टियों ने हिस्सा नहीं लिया। इनमें सबसे प्रमुख तेलंगाना राष्ट्र समिति (TRS) है, जिसका नेतृत्व तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव कर रहे हैं। इसके साथ ही अरविंद केजरीवाल की आम आदमी पार्टी (आप) ने भी इस बैठक से दूरी बनाई है।

खुद को राष्ट्रपति उम्मीदवार के लिए शरद पवार ने अटकलों को किया खारिज

आज हुई इस बैठक से पहले बनर्जी ने मंगलवार को दिल्ली में अपने आवास पर एनसीपी प्रमुख शरद पवार से मुलाकात की थी। पवार की पार्टी ने उनके राष्ट्रपति भवन की दौड़ में शामिल होने की अटकलों को खारिज कर दिया और कहा कि वह चुनाव लड़ने के इच्छुक नहीं हैं, यहां तक ​​कि कुछ विपक्षी दलों ने विपक्ष के संयुक्त उम्मीदवार के रूप में उनके नाम का समर्थन किया है।

2024 के चुनाव में खुद को बिजी रखना चाहतें हैं शरद पवार

एनसीपी के एक मंत्री के हवाले से समाचार एजेंसी पीटीआइ ने कहा कि एनसीपी प्रमुख खुद को राष्ट्रपति भवन तक सीमित नहीं रखना चाहते हैं। वह 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले विपक्ष को एक साथ लाने की कोशिश में व्यस्त हैं।

18 जुलाई को है राष्ट्रपति का चुनाव

गौरतलब है कि देश के सर्वोच्च संवैधानिक पद के लिए चुनाव 18 जुलाई को होगा और इसके लिए 21 जुलाई को मतगणना होगी। सांसदों और विधायकों वाले निर्वाचक मंडल के 4,809 सदस्य रामनाथ कोविन्द के उत्तराधिकारी का चुनाव करने के लिए तैयार हैं।