शरद पवार ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को पत्र लिखकर चीनी निर्यात की सीमा एक करोड़ टन से बढ़ाने का अनुरोध किया है। उन्होंने अक्टूबर 2022 से शुरू होने वाले नए विपणन वर्ष में ओपन जनरल लाइसेंस के तहत चीनी निर्यात जारी रखने की भी मांग की है।
नई दिल्ली, प्रेट्र। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के प्रमुख और पूर्व कृषि मंत्री शरद पवार ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को पत्र लिखकर चीनी निर्यात की सीमा एक करोड़ टन से बढ़ाने का अनुरोध किया है। उन्होंने अक्टूबर, 2022 से शुरू होने वाले नए विपणन वर्ष में ओपन जनरल लाइसेंस के तहत चीनी निर्यात जारी रखने की भी मांग की है। पिछले महीने सरकार ने अक्टूबर और नवंबर के त्योहारी सीजन में चीनी की पर्याप्त आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिहाज से चालू विपणन वर्ष में सिर्फ एक करोड़ टन तक की चीनी निर्यात की अनुमति दी थी।
भारत दुनिया का सबसे बड़ा चीनी उत्पादक देश
भारत दुनिया का सबसे बड़ा चीनी उत्पादक देश होने के साथ ही दूसरा सबसे बड़ा निर्यातक देश है। नेशनल फेडरेशन आफ कोआपरेटिव शुगर फैक्ट्रीज (एनएफसीएसएफ) ने एक बयान जारी कर इस बात पर चिंता जताई है कि चालू मार्केटिंग सीजन में चीनी निर्यात को एक करोड़ टन पर सीमित करने से सहकारी समितियों को कम निर्यात आर्डर जारी करने के आदेश दिए गए हैं।
समितियों को भारी आर्थिक नुकसान उठाना पड़ेगा
संगठन ने कहा, 'सहकारी समितियों को जारी किए जाने वाले निर्यात रिलीज आर्डर (ईआरओ) मुश्किल से 47 प्रतिशत हैं। शेष 53 प्रतिशत कच्ची चीनी के निर्यात की अनुमति नहीं दी गई तो समितियों को भारी आर्थिक नुकसान उठाना पड़ेगा। इसके पीछे वजह यह है कि इस चीनी को खरीदने के लिए किसी तरह का स्थानीय बाजार नहीं है।' एनएफसीएसएफ ने यह भी कहा कि इन विसंगतियों को एनसीपी प्रमुख द्वारा प्रधानमंत्री के संज्ञान में लाया गया है।