अमेरिका-जापान की उत्‍तर कोरिया को फटकार, कहा- मिसाइल परीक्षण छोड़ करें बात

 

25 मिलियन की आबादी का लगभग 4 मिलियन बुखार से पीड़ित उत्तर कोरिया

ऐसा दौर जब पूरी दुनिया कोविड 19 के चपेट में है और उत्तर कोरिया स्वास्थ्य सुविधाओं को दरकिनार कर मिसाइल परीक्षण कर रहा है। ऐसा देश जिसे मिसाइलों से भरे शस्त्रागार प्यारे हैं न कि अपने लोगों की जान। ऐसी ही वजहों से चर्चा में रहता है उत्तर कोरिया।

सियोल, रायटर। कोरोना महामारी के बुरे दौर में भी उत्तर कोरिया द्वारा लगातार मिसाइल परीक्षण करने पर, दक्षिण कोरिया, संयुक्त राज्य अमेरिका समेत जापान ने कड़ी प्रतिक्रिया दर्ज कराई है। इनका कहना है कि यह कृत्य बेहद गम्भीर, गैरकानूनी और उकसाने वाला है। ये देश प्योंगयांग से निवेदन कर रहे हैं कि वह संवाद के लिए तैयार हो और कोविड सहायता को स्वीकार करे।

साउथ कोरिया, संयुक्त राज्य अमेरिका और जापान के प्रतिनिधियों ने सियोल में एक साझा बैठक किया। इस बैठक के तीन दिन बाद ही उत्तर कोरिया ने एक के बाद एक मिसाइल परीक्षण किया। दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति के स्तर पर तीन देशों के साथ हुई लगातार बैठकों के बाद भी उत्तर कोरिया अपनी आदतों से बाज नहीं आ रहा है। जबकि इन तमाम बैठकों का विषय उत्तर कोरिया द्वारा किए जा रहे गैरकानूनी मिसाइल और हथियारों के परीक्षण ही रहे हैं।

सियोल और वाशिंगटन के अधिकारियों ने चिंता जताई कि 2017 में न्यूक्लियर परीक्षण के बाद से उत्तर कोरिया क्या करना चाहता है। मगर वह जो करना चाहता है उसका परिणाम पूरी दुनिया के लिए ठीक नहीं है। तीनों देशों ने प्योंगयांग से निवेदन किया है कि वह अंतरराष्ट्रीय कानून का पालन करे और शांति में सहयोग करे। तीनों देशों ने उत्तर कोरिया को खुल कर संवाद करने के लिए कहा जिसमें कोविड-19 से भी सकारात्मक सहयोग से लड़ने की बात है।

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उत्तर कोरिया ने इस वर्ष ही 18 दौर के हथियार परीक्षण किए साथ ही मिसाइल और न्यूक्लियर शस्त्रागार को समृद्ध करने पर भी जोर दे रहा है। इन हरकतों के चलते दक्षिण कोरिया और संयुक्त राज्य अमेरिका का साझा सैन्य अभ्यास समाप्त हो गया। इसके बाद अमेरिकी सहयोगियों ने सतह से सतह मार करने वाली आठ मिसाइलों को उतारा।

25 मिलियन की आबादी का लगभग 4 मिलियन बुखार से पीड़ित उत्तर कोरिया को सियोल और वाशिंगटन ने कोविड परीक्षण सुविधाएं मुहैया करने की बात की तो प्योंगयांग ने कोई जवाब नहीं दिया। बावजूद कि विश्व स्वास्थ्य संगठन ने उत्तर कोरिया को सावधानी बरतने को कहा है। संयुक्त राज्य अमेरिका के प्रवक्ता ने कहा कि अब उत्तर कोरिया से दोबारा किसी भी उद्देश्य के लिए तय नियमानुसार नही मिला जाएगा।