Martyrdom Day of Birsa Munda celebrated in Jamshedpur एलबीएसएम कॉलेज में बिरसा मुंडा का शहादत दिवस पर्यावरण संरक्षण के रूप में मना। एनसीसी की ओर से पर्यावरण संरक्षण पर वेस्ट मैनेजमेंट एंड रिसाइक्लिंग विषय पर एक दिवसीय सेमिनार का आयोजन किया गया।
सं, जमशेदपुर : एलबीएसएम कॉलेज में भगवान बिरसा मुंडा का शहादत दिवस पर्यावरण संरक्षण के रूप में मनाया गया। इसके लिए एनसीसी की ओर से पर्यावरण संरक्षण पर वेस्ट मैनेजमेंट एंड रिसाइक्लिंग विषय पर एक दिवसीय सेमिनार का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्वलन एवं भगवान बिरसा मुंडा की प्रतिमा पर माल्यार्पण करके किया गया। इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में कोल्हान विश्वविद्यालय के एनएसएस कोर्डिनेटर डॉ. दारा सिंह गुप्ता के द्वारा प्रकृति के दोहन पर चर्चा की गई। इस संदर्भ में उन्होंने चिपको आंदोलन एवं नर्मदा बचाओ आंदोलन को चर्चा की।
अवशिष्ट के स्रोत एवं उसके निष्पादन पर विस्तृत चर्चा हुई
मुख्य वक्ता के रूप में सीएसआईआर एनएमएल जमशेदपुर से आए वरिष्ठ वैज्ञानिक डा. मनीष कुमार झा ने वेस्ट मैनेजमेंट एंड रिसाइक्लिंग पर पावर प्रेजेंटेशन के द्वारा विभिन्न प्रकार के अवशिष्ट के स्रोत एवं उसके निष्पादन पर विस्तृत चर्चा किया। उन्होंने बताया कि विदेशों में कबाड़ लक्ष्मी प्राप्त करने का एक महत्वपूर्ण स्रोत है। भारत में अब तक चौदह कंपनियां कचरा प्रबंधन पर स्थापित किए गए हैं।
बिरसा मुंडा के उपदेशों को चरितार्थ करते हुए जल जंगल एवं जमीन के संरक्षण की बात कही
अध्यक्षीय भाषण के रूप में महाविद्यालय के प्राचार्य डा. अशोक कुमार झा ने बिरसा मुंडा के उपदेशों को चरितार्थ करते हुए जल जंगल एवं जमीन के संरक्षण की चर्चा की। साथ ही कालेज परिसर में जैविक खाद उत्पादन की दिशा में कार्य किए जाने की चर्चा की। इस अवसर पर विषय प्रवेश के रूप में प्रो विनय कुमार गुप्ता ने धरती एवं आकाश दोनों प्रदूषित होने की चर्चा के साथ उसे शुद्ध करने हेतु अपने कर्तव्य की ओर इंगित किया। मौके पर प्रोफेसर अरविंद पंडित, डा. संचिता भूइसेन, प्रोफेसर बिनोद कुमार, डा. कुमारी रानी, डा. अजय वर्मा, डा. संजय सिन्हा, विनय कुमार, एनएमएल के शोध विद्यार्थी के साथ एनएसएस के 200 एनएसएस वोलिंटियर उपस्थित थे।