अग्निपथ भर्ती योजना के तहत युवकों को पहले 10 हफ्ते से 6 महीने तक के लिए ट्रेनिंग दी जाएगी। इसके बाद उन्हें देश के अलग-अलग हिस्सों में तैनात किया जाएगा। इन्हें अग्निवीर संज्ञा दी जाएगी। इसके तहत युवकों को 6 महीने तक के लिए ट्रेनिंग दी जाएगी।
नई दिल्ली। भारतीय सेना में अब अगर कोई सेवा की भावना से कम समय के लिए भर्ती होना चाहता है, तो उसके लिए रास्ते खुल गए हैं। मोदी सरकार ने रक्षा बलों के लिए अग्निपथ भर्ती योजना की घोषणा कर दी है। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने अग्निपथ स्कीम की घोषणा करते हुए बताया कि अब युवक सेना में सिर्फ 4 साल के लिए भी भर्ती हो सकता है। इस योजना के जरिए युवाओं को देश की सेवा करने का एक मौका मिलेगा। आइए आपको बताते हैं इस योजना की प्रमुख बातें...!
सिर्फ 4 चार के लिए सेना में भर्ती
अग्निपथ भर्ती योजना के तहत सैनिकों को सिर्फ चार साल के लिए भर्ती किया जाएगा। इसके लिए युवक की उम्र 17.5 से 21 साल तक होनी चाहिए। इस तरह सेनाओं में छोटी अवधि के लिए सैनिकों की भर्ती का मार्ग प्रशस्त होगा। इस योजना के तहत थल सेना, वायु सेना और नौसेना में युवकों की भर्ती की जाएगी। इस योजना से हजारों लोगों को रोजगार मिलेगा।
80 प्रतिशत सैनिकों को कार्यमुक्त कर दिया जाएगा
सरकार की इस योजना का लक्ष्य रक्षा बलों का खर्च और उम्र घटाने के सरकार के प्रयासों को धरातल पर उतारना है। चार साल के बाद 80 प्रतिशत सैनिकों को कार्यमुक्त कर दिया जाएगा और आगे रोजगार के अवसर मुहैया कराने में सेना उनकी मदद करेगी। 20 प्रतिशत युवकों को सेना में बने रहने का मौका मिल सकता है।
बलिदान होने पर मिलेगी 1 करोड़ रुपये की राशि
अग्निपथ भर्ती योजना के तहत युवकों को पहले 10 हफ्ते से 6 महीने तक के लिए ट्रेनिंग दी जाएगी। इसके बाद उन्हें देश के अलग-अलग हिस्सों में तैनात किया जाएगा। इन्हें अग्निवीर संज्ञा दी जाएगी। अगर कोई अग्निवीर देश की सेवा करते हुए बलिदान दे देता है, तो उसके परिजनों को सेवा निधि समेत एक करोड़ रुपये की राशि दी जाएगी। इसके अलावा बाकी बची नौकरी का भी वेतन परिवारजनों को दी जाएगी।
मिलेगा इतना पैकेज
राजनाथ सिंह ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि अग्निपथ योजना के तहत युवाओं को पहले साल 4.76 लाख का सालाना पैकेज मिलेगा। ये पैकेज चौथी साल तक बढ़कर ये 6.92 लाख तक पहुंच जाएगा यानि 57 हजार रुपये से ऊपर। चार साल की नौकरी के बाद युवाओं को 11.7 लाख रुपए की सेवा निधि दी जाएगी। इस पर कोई टैक्स नहीं लगेगा।
तैयार होगी प्रशिक्षित और अनुशासित युवाओं की फौज
देश की सेवा कर चुके ऐसे प्रशिक्षित और अनुशासित युवाओं के लिए नौकरियां आरक्षित करने में विभिन्न कारपोरेशंस को भी रुचि होगी। सशस्त्र बलों का शुरुआती अनुमान है कि अगर योजना के तहत अच्छी खासी संख्या में सैनिकों की भर्ती हुई तो वेतन, भत्तों और पेंशन के मद में हजारों करोड़ रुपये की बचत होगी। रिक्तियां होने की स्थिति में योजना के तहत भर्ती सर्वश्रेष्ठ युवाओं को सेना में बने रहने का अवसर भी मिल सकता है। सैन्य मामलों के विभाग ने योजना बनाने से पहले आठ देशों के इसी तरह के माडल का अध्ययन किया था।