यमुनानगर से किशोरी ने बेटी को जन्म देने का मामला सामने आया है। युवक शादी का झांसा देकर किशोरी को साथ रखने लगा और बाद में युवस ने शादी करने से मना कर दिया। किशोरी की मां के बयान पर पुलिस ने मामले में जांच शुरू कर दी है।
यमुनानगर, संवाददाता। सिविल अस्पताल जगाधरी में 17 वर्षीय किशोरी ने बेटी को जन्म दिया है। मूल रूप से किशोरी असम की रहने वाली है। कुछ दिनों पहले ही उसके माता पिता असम से उसे यहां पर लेकर आए हैं। यहीं पर उसे प्रसव पीड़ा होने पर अस्पताल में दाखिल कराया गया। मामले का पता लगने पर फर्कपुर थाना पुलिस ने केस दर्ज किया है। फर्कपुर थाना प्रभारी अनिल राणा ने बताया कि इस केस में किशोरी की मां के बयान पर केस दर्ज किया गया है। घटनास्थल पर असम राज्य के जिला कोकराझार का है। इसलिए जीरो एफआइआर दर्ज कर वहां केस ट्रांसफर किया गया है। पुलिस को मिली शिकायत के अनुसार
पुलिस को दी शिकायत के मुताबिक, असम के जिला कोकराझार की 17 वर्षीय किशोरी के माता-पिता यहां यमुनानगर में रहते हैं और यही पर मजदूरी करते हैं। जबकि किशोरी अपने नाना नानी के पास रह रही थी। 23 फरवरी को वह गांव में गए थे। वहां से बेटी को साथ लेकर यमुनानगर में आ गए। यहां पर बेटी के पेट में दर्द रहने लगा। जब उससे इस बारे में पूछा, तो किशोरी ने बताया कि जब वह नाना नानी के पास रहती थी, तो गांव में एक युवक का आना जाना था। उसने प्रेम जाल में फंसा लिया। शादी का झांसा देकर अपने साथ ले गया था।
युवक ने शादी से किया मना
कई दिन तक अपने साथ रखा और गलत काम किया। बाद में शादी से इंकार कर दिया। इसके बाद से ही किशोरी अपने माता पिता के साथ रह रही थी। 12 मई को उसे पेट में अधिक दर्द होने पर अस्पताल में दाखिल कराया। जहां पर उसने बच्ची को जन्म दिया है। अस्पताल से पुलिस को सूचना मिली कि नाबालिग लड़की ने बेटी को जन्म दिया है। पुलिस अस्पताल में पहुंची और किशोरी से बात की, लेकिन उसने कोई बात नहीं की। बाद में किशोरी की मां के बयानों के आधार पर केस दर्ज किया।