उप मुख्‍यमंत्री की फटकार के बाद सिविल अस्‍पताल में आई नई व्हील चेयर और स्ट्रेचर का कोई उपयोग नहीं, जंजीरों में बंधी हैं सुविधाएं

 

सिविल में मरीजों केे लिए मंगाई गई नई व्हील चेयर और स्ट्रेचर ताले में बंद।

लखनऊ में डा. श्यामा प्रसाद मुखर्जी सिविल अस्पताल में फैली अव्यवस्थाओं से मरीज परेशान हैं। उप मुख्‍यमंत्री की फटकार के बाद नई व्हील चेयर हो या स्ट्रेचर मंगाई गईं थीं लेकिन मरीजों को इसका लाभ नहीं मिल पा रहा है।

लखनऊ, संवाददाता। डा. श्यामा प्रसाद मुखर्जी सिविल अस्पताल में फैली अव्यवस्थाओं से मरीज परेशान हैं। व्हील चेयर हो या स्ट्रेचर दोनों ही टूटी पड़ी है। पिछले सप्ताह गुरुवार को उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने अस्पताल का औचक निरीक्षण किया था जहां उप मुख्यमंत्री की फटकार के बाद अस्पताल प्रशासन ने नई तीन व्हील चेयर और नौ स्ट्रेचर मंगवाई थी। लेकिन व्हील चेयर और स्ट्रेचर जंजीर लगाकर ताले में बंद हैं।

बता दें कि उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने अस्पताल जाकर व्हील चेयर और स्ट्रेचर का जायजा लिया था। वहां रखी चारों व्हील चेयर को उठाकर और चलाकर भी देखा था। सभी जर्जर हालत में मिले थे। किसी में पहिया नहीं था तो किसी में बैठने की गद्दी नहीं। स्ट्रेचर भी जर्जर मिले। इस पर उन्होंने अस्पताल के निदेशक व सीएमएस से नाराजगी जताई थी। इसके बाद डिप्टी सीएम ने इमरजेंसी और वार्ड का निरीक्षण किया। उन्होंने मरीजों से डाक्टर और स्वास्थ्य कर्मियों के व्यवहार ओर इलाज के बारे में पूछताछ की।

एक सप्ताह से ताले में बंद है व्हील चेयर और स्ट्रेचर : अस्पताल में मरीजों के लिए वही टूटी-फूटी व्हील चेयर और स्ट्रेचर का उपयोग किया जा रहा है। अभी तक नई व्यवस्था को लागू नहीं किया गया है। नई व्हील चेयर और स्ट्रेचर धूल मिट्टी खा रही है। मरीजों को वही पुरानी सुविधाएं दी जा रही है।

सीएमएस डा. आरपी सिंह ने बताया कि अभी इसकी जरूरत नहीं पड़ी है। अस्पताल में पर्याप्त व्हील चेयर और स्ट्रेचर हैं। अगर मरीजों की भीड़ बढ़ती है और कमी पाई जाती है तो इसका उपयोग किया जाएगा। आखिर मरीजों की सुविधा को देखते हुए ही नई व्यवस्था लागू की गई है।