अटारी-वाघा बॉर्डर पर फ्लैग रिट्रीट समारोह में आम जनता के प्रवेश पर रोक, कोरोना के चलते लिया गया फैसला

 

अटारी-वाघा बॉर्डर पर फ्लैग रिट्रीट समारोह में आम जनता के प्रवेश पर रोक

कोरोना की रोकथाम के लिए अटारी में भारत-पाकिस्तान सीमा पर दैनिक फ्लैग रिट्रीट समारोह में लोगों के प्रवेश पर रोक लगा दी है। बीएसएफ ने गुरुवार सुबह यह जानकारी दी। मार्च 2020 में रिट्रीट समारोह में दोनों देशों की ओर से लोगों के प्रवेश पर रोक लगा दी गई थी।

नई दिल्ली,एएनआइ।  देश में एक बार फिर कोरोना का कहर बरस रहा है। कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए तमाम तरह की पाबंधियां लागू की जा रही हैं। इसी बीच सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) ने भी कोरोना की रोकथाम के लिए अटारी में भारत-पाकिस्तान सीमा पर दैनिक फ्लैग रिट्रीट समारोह में लोगों के प्रवेश पर रोक लगा दी है। बीएसएफ ने गुरुवार सुबह यह जानकारी दी। बीएसएफ ने बताया कि कोरोना के कारण हालातों और अमृतसर के डीसी कार्यालय की ओर से जारी कोरोना नियमों को देखते हुए रिट्रीट समारोह को देखने के लिए आने वाले लोगों के प्रवेश पर रोक लगा दी गई है।

कोरोनो के चलते लोगों के प्रवेश पर रोक

गौरतलब है कि इससे पहले कोरोना के मामलों को देखते हुए मार्च 2020 में इस रिट्रीट समारोह में दोनों देशों की ओर से लोगों के प्रवेश पर रोक लगा दी गई थी। इसके बाद देश में कोरोना की रफ्तार कम होने के चलते 15 सितंबर 2021 को एक बार फिर से भारत और पाकिस्तान की ओर से अटारी में भारत-पाकिस्तान सीमा पर दैनिक फ्लैग रिट्रीट समारोह को शुरू किया गया था। आपको बता दें कि हर शाम बड़ी संख्या में दोनों देशों के लोग इस समारोह को देखने के लिए अटारी में भारत-पाकिस्तान सीमा पर पहुंचते हैं। दोनों देशों के लोगों के साथ साथ बड़ी संख्या में विदेशी पर्यटक भी इस समारोह को देखने के लिए वाघा बार्डर पहुंचते हैं। लेकिन कोरोना की बढ़ती तादात को देखते हुए एक बार फिर लोगों को फ्लैग रिट्रीट समारोह देखने के लिए सीमा पर जाने की अनुमति नहीं है। 

क्या होता है फ्लैग रिट्रीट समारोह में

बता दें कि भारत में अमृतसर से लगभग 26 किमी दूर वाघा बार्डर के सामने अटारी संयुक्त जांच चौकी पर दैनिक फ्लैग रिट्रीट समारोह का आयोजन किया जाता है। बीएसएफ के जवान पाकिस्तान रेंजर्स के साथ परेड करने के बाद सम्मान से राष्ट्रीय ध्वज को उतारते हैं।