दिल्ली पुलिस की गिरफ्त में आया यूपी पुलिस का टाप मोस्ट वांटेड गैंगस्टर अनिल दुजाना

 

कुख्यात गैंगस्टर अनिल दुजाना को दिल्ली पुलिस ने किया गिरफ्तार, क्राइम ब्रांच ने की पुष्टि

दिल्ली पुलिस की अपराध शाखा ने कुख्यात गैंगस्टर अनिल दुजाना व उसके एक साथी को गिरफ्तार किया है। संयुक्त आयुक्त अपराध शाखा धीरज कुमार ने इसकी पुष्टि की है। ये गिरफ्तारी किस जगह से की गई है इसकी जानकारी अभी सामने नहीं आ पायी है।

नई दिल्ली, संवाददाता। उत्तर प्रदेश पुलिस का टाप वांटेड गैंगस्टर गौतमबुद्ध नगर जिले के दुजाना गांव निवासी अनिल दुजाना व उसके दो अन्य साथियों को दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने बृहस्पतिवार को गिरफ्तार किया है। यह वर्ष 2020 में हुई एक जानकार की हत्या का बदला लेने के लिए पूर्वी दिल्ली इलाके के मंडावली में आया था। गिरफ्तार किए गए इसके दो अन्य साथी दिल्ली के मयूर विहार निवासी रकम सिंह व गौतमबुद्ध नगर के मिलक खटाना गांव निवासी सचिन गुर्जर है। इन दोनों पर भी कई संगीन धाराओं में आपराधिक मामले दर्ज हैं। नाेएडा में हुई एक हत्या के मामले में शामिल अनिल दुजाना की गिरफ्तारी पर नोएडा पुलिस द्वारा 50 हजार रुपये का ईनाम घोषित था। वहीं बुलंदशहर में भी एक हत्या के मामले मे पुलिस द्वारा इसपर 25 हजार रुपये का इनाम घोषित था।

क्राइम ब्रांच के उपायुक्त मनोज सी के मुताबिक, इंस्पेक्टर अरुण सिंधु को सूचना मिली कि सुनील उर्फ अनिल दुजाना व उसके दो अन्य साथी मंडावली इलाके में हैं। सूचना पर एसीपी अरविंद कुमार के देखरेख में इंस्पेक्टर अरुण सिंधु के नेतृत्व में एसआइ रविंदर, एएसआइ मनोज, रविंदर, चंद्रा प्रकाश, सलीम समेत अन्य पुलिस कर्मियों की टीम का गठन किया गया। टीम बदमाशों के ठिकाने के पास पहुंची यहां पर बदमाश सचिन गुर्जर काे एक कार में देखा गया। इसे पकड़ा गया। इसके पास एक पिस्टल बरामद की गई। इसकी निशानदेही पर अनिल व रकम को सिंह को दबोचा गया। इन दोनों के पास से दो पिस्टल बरामद की गई।

पूछताछ में पता चला कि वर्ष 2020 में संपत्ति के विवाद में विरोधी गिरोह सुंदर भाटी गिरोह के बदमाशों ने अनिल के करीबी राहुल की हत्या कर दी थी। इस मामले में आठ आरोपित पहले ही गिरफ्तार हो चुके हैं। अनिल इस हत्या के लिए मंडावली इालाके में रहने वाले एक कारोबारी को जिम्मेदार मानता था। ऐसे में उसकी हत्या करने के लिए वह कुछ दिन पहले रकम सिंह के यहां पर आया था।

अनिल ने वर्ष 2002 से आपराधिक वारदातों को अंजाम दे रहा है। 2002 में उसने पहली बार पहलवान हरबीर की हत्या की थी। इसके बाद उसने हत्या, हत्या प्रयास, जबरन उगाही, लूट और आर्म्स एक्ट की 60 से अधिक वारदातों को अंजाम दिया। इसके गिरोह में 20 से अधिक बदमाश सक्रिय हैं। जनवरी 2021 में वह जेल से बाहर आया था। इसके खिलाफ अदालत ने गैर जमानती वारंट भी जारी किया हुआ था। सचिन गुर्जर के खिलाफ हत्या, लूट और जबरन उगाही के 10 मामले दर्ज हैं। वह दिसंबर 2019 में जेल से छूट कर आया था। रकम सिंह अनिल करीबी दोस्त है इसके खिलाफ भी हत्या और लूट के 10 मामले दर्ज हैं। यह दिसंबर 2020 में जेल से छूट कर आया था।