कुमार विश्वास ने किया बड़ा खुलासा, बताया पीनेवालों की उम्र कम करने और नए ठेके खुलवाने की पालिसी के पीछे कितने का हुआ खेल

 

पीनेवालों की उम्र कम करने और नए ठेके खुलवाने की पालिसी के पीछे कितने का हुआ खेल

इंटरनेट मीडिया एकाउंट ट्विटर पर उन्होंने इस बारे में तीन लाइनें पोस्ट की है। उन्होंने लिखा है कि पीने वालों की उम्र कम करने और नए ठेके खुलवाने के पीछे कब से खेल चल रहा था। चार साल के बाद ऐसे शराब माफियाओं और दारू जमाखोरों को कामयाबी मिल गई।

नई दिल्ली, आनलाइन डेस्क। दिल्ली में नई शराब नीति लागू करवाने और ठेेके खुलवाने पर कवि कुमार विश्वास ने एक बड़ा खुलासा किया है। अपने इंटरनेट मीडिया एकाउंट ट्विटर पर उन्होंने इस बारे में तीन लाइनें पोस्ट की है। उन्होंने लिखा है कि पीने वालों की उम्र कम करने और नए ठेके खुलवाने के पीछे कब से खेल चल रहा था और आखिर में चार साल के बाद ऐसे शराब माफियाओं और दारू जमाखोरों को कामयाबी मिल गई। उन्होंने बिना नाम लिए लिखा है कि इसमें एक दारू जमाखोर विधायक भी शामिल है।

उन्होंने अपने ट्विटर हैंडल पर लिखा है कि पीनेवालों की उम्र 21 से 18 करने और 1000 नए ठेके खुलवाने की पालिसी लागू करने की सिफ़ारिश लेकर 2016 में दिल्ली शराब माफिया, दारू जमाख़ोर विधायक के साथ मेरे पास आया था। मैंने दुत्कार कर भगाया था और दोनों नेताओं को चेताया था।अब छोटेवाले के साले ने 500 करोड़ की डील में मामला सैट कर लिया।

एक समय कुमार विश्वास भी आम आदमी पार्टी से जुड़े हुए थे मगर बदली परिस्थितियों में उन्होंने पार्टी से किनारा कर लिया। अब वो किसी भी राजनैतिक दल के साथ नहीं जुड़े हुए हैं विशुद्ध रुप से कविता पाठ कर रहे हैं। वैसे कुछ दिन पहले मुलायम सिंह यादव के जन्मदिन पर कार्यक्रम में देखे गए थे जब उन्होंने भरे मंच से उनको एक संदेश दिलवाया था कि यदि वो इस समय किसी दल में नहीं है तो हमारे साथ आ जाए। उनका ये वीडियो काफी वायरल हुआ था। कुमार समय-समय पर जनसरोकरों से लोगों को रूबरू करवाते रहते हैं।

अब राजधानी में शराब की नीति को लेकर हो रहे विरोध पर उन्होंने भी ये ट्वीट किया है। उनके इस ट्वीट को कुछ ही मिनट में सैकड़ों लोगों ने रिट्वीट कर दिया। दिल्ली सरकार की जो नई पालिसी है उसके तहत हर वार्ड में तीन शराब के ठेके खोले जाने हैं। बीजेपी इस नीति का जमकर विरोध कर रही है। सोमवार को सप्ताह के पहले दिन एनएच-9 और अन्य स्थानों पर जाम लगाकर बीजेपी ने इसका कड़ा विरोध किया।