यूपी विधानसभा चुनाव 2022 मखौड़ा में राजा दशरथ ने पुत्र की कामना लेकर पुत्रेष्टि यज्ञ कराया था। अब यह स्थान रामेश्वर से जुड़ने जा रहा है। केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग और जहाजरानी मंत्री नितिन गडकरी ने बस्ती में चौरासी कोसी परिक्रमा मार्ग का शिलान्यास करते हुए यह घोषणा की।
गोरखपुर, संवाददाता। केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग और जहाजरानी मंत्री नितिन गडकरी ने मखौड़ा धाम को रामेश्वरम से जोडऩे के साथ अयोध्या की सरयू नदी को जल यातायात से जोडऩे की घोषणा की। उन्होंने कहा कि जल यातायात की दिशा में तेजी से काम चल रहा है। इससे राम भक्तों को अयोध्या आने-जाने के लिए सस्ता, सुरक्षित एवं सुलभ साधन उपलब्ध होगा। जल यातायात के साथ देश में सड़कों का संजाल भी तेजी से बिछ रहा है। मैैं डंके की चोट पर कह रहा हूं कि जो कहता हूं, उसे पूरा करता हूं। यूपी में डबल इंजन की सरकार फिर से बना दें, मैं उत्तर प्रदेश को पांच लाख करोड़ दूंगा। मेरे पास धन की कोई कमी नहीं है। जैसी द्रौपदी के पास थाली थी, मेरे पास वैसी ही रुपयों की झोली है।
मध्य प्रदेश के रास्ते तमिलनाडु के रामेश्वरम से जुड़ेगा परिक्रमा मार्ग
केंद्रीय मंत्री बस्ती जिले के मखौड़ा धाम में पांच हजार करोड़ रुपये की लागत वाले चौरासी कोसी परिक्रमा मार्ग के छठे पैकेज और दो हजार करोड़ रुपये की लागत वाले रामजानकी मार्ग का शिलान्यास करने के बाद आयोजित जनसभा को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि भगवान श्रीराम वन गमन मार्ग (अयोध्या से चित्रकूट) 258 किलोमीटर लंबा है। अयोध्या से सुल्तानपुर, प्रतापगढ़, राजापुर होते हुए चित्रकूट तक मार्ग का निर्माण होना है। मध्य प्रदेश के रास्ते इसे तमिलनाडु के रामेश्वरम से जोडऩे की कार्ययोजना तैयार हो चुकी है। इस तरह रामेश्वरम धार्मिक नगरी अयोध्या के साथ बस्ती से भी जुड़ जाएगा।
परिक्रमा मार्ग पर पांच मीटर का पैदल पथ बनेगा
गडकरी ने कहा कि दो हजार करोड़ रुपये की लागत से बनने वाले 436 किमी लंबे रामजानकी मार्ग का 213 किमी हिस्सा उत्तर प्रदेश में पड़ता है। रामजानकी मार्ग और परिक्रमा मार्ग के बनने से बस्ती में पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा और रोजगार के अवसर बढ़ेंगे। इसे जिले का संपूर्ण विकास होगा। परिक्रमा मार्ग पर पांच मीटर का पैदल पथ बनेगा। इसके दोनों तरफ छायादार वृक्ष और भगवान श्रीराम से जुड़े चित्र लगाए जाएंगे। हर 10-15 किमी पर जनसुविधा युक्त विश्राम स्थल होगा। 19 किमी मार्ग ग्रीन फील्ड के रूप में विकसित किया जाएगा।
जलमार्ग से कम खर्च में पूरी होगी यात्रा
गडकरी ने कहा कि सरयू नदी में जल परिवहन की सुविधा मुहैया कराने की दिशा में तेजी से कार्य चल रहा है। इससे यातायात सस्ता होगा। यदि बस से 10 और रेल से छह रुपये खर्च होंगे तो जल मार्ग से एक रुपया खर्च होगा। इससे व्यापार को बढ़ावा मिलेगा। देश में होने वाले इस विकास का श्रेय मोदी और योगी को नहीं बल्कि जनता को है। जनता ने भाजपा को यह अवसर न दिया होता तो विकास नहीं हो पाता।
मखौड़ा में हुआ था पुत्रेष्टि यज्ञ
मखौड़ा में राजा दशरथ ने पुत्र की कामना लेकर पुत्रेष्टि यज्ञ कराया था। दशरथ की पुत्री शांता के पति शृंगी ऋषि इस यज्ञ के आचार्य थे। इस यज्ञ के बाद महारानी कौशल्या ने श्रीराम, कैकेयी ने भरत और महारानी सुमित्रा ने लक्ष्मण एवं शत्रुघ्न को जन्म दिया था। भगवान श्रीराम के जन्म के कारण ही अयोध्या की चौरासी कोसी परिक्रमा मखौड़ा धाम से शुरू होती है।