गया में तापमान 09 डिग्री सेल्सियस से नीचे है। जो सामान्य से काफी कम है। 29 दिसंबर से दो जनवरी तक 183 दाहसंस्कार किया गया। 29 दिसंबर को 28 30 को 32 31 को 35 एक जनवरी को 45 एवं दो को 43 शवों को दाहसंस्कार किया गया है।
संवाददाता, गया : जिले में लगातार ठंड बढ़ रही है। धूप निकलने के बाद भी कनकनी कम हाेने का नाम नहीं ले रहा है। शाम ढलते ही लोग रजाई में दुबक जा रहे है। साथ ही शहर की सड़कों पर सन्नाटा पसर जाता है। तापमान 09 डिग्री सेल्सियस से नीचे है। जो सामान्य तापमान से काफी कम है। ऐसे में शहर में स्थित विष्णुपद श्मशान घाट पर भीड़ लगी है। शवों के दाहसंस्कार को लेकर लोगों की भीड़ पांच दिनों से अधिक देखी जा रही है। पांच दिनों में श्मशान घाट पर 183 शवों का दाहसंस्कार किया गया है। आमदिनों के अपेक्षा ठंड में दोगुना शव दाहसंस्कार के लिए श्मशान घाट पर आ रहे हैं। शवों को दाहसंस्कार करने के लिए जिले के अलावा दूसरे जिले जहानाबाद, औरंगाबाद, नवादा एवं चतरा से भी शव आते हैं।
पांच दिनों में 183 शवों की हुई अंत्येष्टि
डोमराजा हीरा राम ने बताया कि 29 दिसंबर से लेकर दो जनवरी तक 183 शवों का दाहसंस्कार किया गया। उन्होंने कहा कि 29 दिसंबर को 28, 30 दिसंबर को 32, 31 दिसंबर को 35, एक जनवरी को 45 एवं दो जनवरी को 43 शवों को दाहसंस्कार किया गया है। आमदिनों के अपेक्षा दाहसंस्कार के लिए ठंड में अधिक शव आ रहा है। सुबह से लेकर रात तक शवों का आने क्रम जारी रहता है। रात में सिर्फ दो से तीन घंटा शवों को दाहसंस्कार नहीं किया जाता है।
लकड़ी की हो सकती है किल्लत
श्मशान घाट पर शवों के दाहसंस्कार में लकड़ी की किल्लत हो सकती है। श्मशान घाट स्थित लकड़ी विक्रेता विक्की कुमार सिंह ने कहा कि चार-पांच दिनों से शवों की संख्या में काफी वृद्धि हुई है। जिसके कारण लकड़ी की किल्लत हो सकती है। श्मशान घाट पर लकड़ी पश्चिम बंगाल से आता है। ऑडर देने के बाद भी लकड़ी नहीं आ रहा है। क्योंकि बारिश होने के कारण लकड़ी गीली हो गई है। अभी दो-तीन दिन की लकड़ी है।
शहरी क्षेत्र में ठंड से छह की मौत
ठंड से शहर में दिसंबर महीने में छह लोगों की मौत हुई है। जिसमें पांच शहर तथा एक मौत मानपुर में हुई है। नगर निगम के जन्म-मृत्यु निबंधक के प्रभारी राकेश कुमार ने कहा कि ठंड से छह लोगों की मौत हुई है। मौत 20 दिसंबर से लेकर 30 दिसंबर के बीच हुई है।
इनकी हुई ठंड से मौत
तिथि - मृतक का नाम - मोहल्ला
20 दिसंबर - पुतुल कुमारी - गोवाल विगहा
21 दिसंबर - सुनैना देवी - नादरागंज
22 दिसंबर - विरेंद्र मांझी - मुरली हिल
29 दिसंबर - काली प्रसाद - छोटकी नवादा
30 दिसंबर - रेखा देवी - तेल विगहा
31 दिसंबर - पिंकू पासवान - गांधीनगर मानपुर