अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में पीजी सीट दिलाने के नाम पर 12 महिला डाक्टरों से लाखों रुपये ठगने वाले को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। आरोपित की पहचान उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर जिले के कुटेसरा गांव निवासी शाहदुजम्मन (32) के रूप में हुई है।
नई दिल्ली, संवाददाता। कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच लोगों की सेवा में लगे डॉक्टरों से ठगी का मामला सामने आया है। अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में पीजी सीट दिलाने के नाम पर 12 महिला डाक्टरों से लाखों रुपये ठगने वाले को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। आरोपित की पहचान उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर जिले के कुटेसरा गांव निवासी शाहदुजम्मन (32) के रूप में हुई है। आरोपित अलग-अलग नामों से फेसबुक पेज बनाकर उस पर खुद को एम्स का डाक्टर बताता था, जबकि वह 12वीं फेल है। वह महिला डाक्टरों का प्रोफाइल सर्च कर उनसे चैट करते हुए एम्स में पीजी में एडमिशन कराने की बात कहता था। एक सीट दिलाने के बदले में छह से 10 लाख रुपये वसूलता था।
हौजखास थाना पुलिस कर रही मामले की जांच
दक्षिणी जिले की पुलिस उपायुक्त बेनिता मैरी जैकर ने बताया कि दिसंबर 2020 में पीड़ित डाक्टर ने हौजखास थाने में मामला दर्ज कराया था कि उन्हें फेसबुक के माध्यम से अंशु विनय नाम का व्यक्ति मिला था। उसने बताया था कि वह एम्स में डाक्टर है और वह छह लाख रुपये में उसका एम्स में पीजी में एडमिशन करवा सकता है। उसके झांसे में आकर उन्होंने बताए गए अकाउंट में उसे छह लाख रुपये ट्रांसफर कर दिए।
पैसे मिलने के बाद मोबाइल नंबर किया बंद
रुपये मिलने के बाद आरोपित ने मोबाइल नंबर बंद कर दिया। ठगी का अहसास होने पर उन्होंने मामला दर्ज कराया। एसएचओ हौजखास इंस्पेक्टर शिवानी सिंह के नेतृत्व में इंस्पेक्टर रोहित, एसआइ वरुण, पीएसआइ दीपक, धरम सिंह, हेडकांस्टेबल अमीश, विपिन आदि की टीम ने जांच शुरू की तो पता चला कि जिस अकाउंट में पैसे मंगवाए गए थे, वह मुजफ्फरनगर के शाहदुजम्मन का है।
पुलिस ने घेराबंदी कर किया
पुलिस उसके गांव पहुंची तो पता चला कि वह विशाखापत्तनम में कपड़ा बेचता है और कभी-कभार ही गांव आता है। पुलिस को उसका मोबाइल नंबर मिल गया। सर्विलांस से पुलिस को दो जनवरी को उसकी लोकेशन साकेत स्थित पीवीआर अनुपम के आसपास मिली। इस पर पुलिस ने घेराबंदी कर उसे गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में पता चला कि वह यहां भी किसी डाक्टर से पैसे लेने आया था।