शादी के एक माह के अंदर कराई पति की हत्या, वारदात को ऐसे अंजाम दिया कि पर्दाफाश में लगे 8 साल; 10वें वर्ष में हुई गिरफ्तारी

 


प्रेमी से करवाई पति की हत्या, 10 साल बाद आरोपित महिला गिरफ्तार

शादी के एक माह भी नहीं हुए थे कि महिला ने प्रेमी से अपने पति की हत्या करवा दी। उसने वारदात को ऐसे अंजाम दिया कि आठ वर्ष तक पुलिस हत्याकांड से पर्दा नहीं उठा पाई थी। 2019 में प्रेमी की गिरफ्तारी के बाद हत्या का राज खुला।

नई दिल्ली,  संवाददाता। शादी के एक माह भी नहीं हुए थे कि महिला ने प्रेमी से अपने पति की हत्या करवा दी। उसने वारदात को ऐसे अंजाम दिया कि आठ वर्ष तक पुलिस हत्याकांड से पर्दा नहीं उठा पाई थी। वर्ष 2011 में हत्या हुई और 2019 में महिला के प्रेमी की गिरफ्तारी के बाद हत्या का राज खुला। इसके बाद भी आरोपित पत्नी अब भी पुलिस के हाथ नहीं आ पाई थी। वह पुलिस से बचने के लिए अलग-अलग शहरों में छिपती रही। आखिरकार, हत्या के 10 साल बाद सोमवार को दिल्ली पुलिस ने उसे राजस्थान के अलवर से गिरफ्तार कर लिया।

जानकारी के अनुसार, 23 मार्च 2011 को समालखा निवासी जय भगवान ने अपने बेटे रवि कुमार के गायब होने की सूचना कापसहेड़ा थाना पुलिस को दी थी। उन्होंने बताया था कि 22 मार्च को उसका बेटा, पत्नी व अन्य लोगों के साथ बाहर गया था, लेकिन वापस नहीं लौटा। 16 अप्रैल 2011 को कापसहेड़ा थाना पुलिस ने अपहरण का मामला दर्ज किया। जयभगवान ने बेटे की पत्नी शकुंतला, कमल सिंगला और शकुंतला के भाई पर शक जताया। अक्टूबर में जांच दिल्ली पुलिस की अपराध शाखा को सौंप दी गई। पुलिस ने शकुंतला, कमल व उसके भाई से पूछताछ भी की, लेकिन कुछ पता नहीं चला।

इसके बाद पुलिस ने तीनों का नवंबर 2017 में ब्रेन मैपिंग टेस्ट कराया। टेस्ट रिपोर्ट में कमल को रवि के गायब करने का आरोपित पाया गया। शकुंतला को मामले में शामिल होना पाया गया। इस बीच कमल व शकुंतला फरार हो गए। काफी प्रयास के बाद पुलिस टीम ने अलवर से कमल को 27 सितंबर 2019 को गिरफ्तार किया। उसने अपने चालक बिहार निवासी गणोश कुमार के साथ मिलकर रवि की हत्या की बात स्वीकार कर ली। तीन अक्टूबर को गणोश को भी गिरफ्तार किया गया। कमल 2010 में राजस्थान के अलवर में भवन सामग्री बेचने का कारोबार करता था। गणोश उस समय उसका टेंपो चलाता था। इस दौरान कमल की मुलाकात अलवर के पास स्थित टापुकड़ा गांव निवासी शकुंतला से हुई। फिर दोनों में प्यार हो गया। आठ फरवरी 2011 को शकुंतला के स्वजन ने उसकी शादी दिल्ली में रवि कुमार से कर दी, लेकिन वह मायके में ही रहने लगी।

70 किलोमीटर के दायरे में फेंके गए थे शव के अवशेष

जब आरोपितों को पता चला कि मामले की जांच अपराध शाखा को सौंपी गई है तो आरोपितों ने अपने गांव जाकर रवि के शव को निकालने का प्रयास किया। शव सड़ चुका था। ऐसे में आरोपित शव के कुछ अवशेषों को निकालकर 70 किलोमीटर तक अलवर से रेवाड़ी के रास्ते में फेंकते चले गए।