नासा ने 18 अंतरिक्ष यात्रियों का चंद्रमा मिशन के लिए चुना है। बताया जा रहा है कि इन सभी यात्रियों में से आधी महिलाएं शामिल होंगी जो आर्टेमिस चंद्रमा-लैंडिंग कार्यक्रम के लिए सभी यात्रियों को प्रशिक्षित करेंगी।
केप कैनावेरल, एपी। अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा (NASA) साल 2024 में अंतरिक्ष यात्रियों को चंद्रमा पर भेजने की तैयारी में लगा हुआ है। अब खबर है कि नासा ने 18 अंतरिक्ष यात्रियों का चंद्रमा मिशन के लिए चुना है। बताया जा रहा है कि इन सभी यात्रियों में से आधी महिलाएं शामिल होंगी, जो आर्टेमिस चंद्रमा-लैंडिंग (Artemis moon-landing) कार्यक्रम के लिए सभी यात्रियों को प्रशिक्षित करेंगी। आर्टेमिस मिशन के तहत चंद्रमा की सतह पर पहली महिला को ले जाने की तैयारी की जा रही है। चंद्रमा पर पहली महिला और पुरुष एलिट ग्रुप के तहत होगा। अमेरिका के उपराष्ट्रपति माइस पेंस ने राष्ट्रीय अंतरिक्ष परिषद (National Space Council) की बैठक में बताया कि इन सभी अंतरिक्ष यात्रियों का परिचय जल्द ही दिया जाएगा।
इसके साथ ही नासा प्रशासन की तरफ से कहा गया है कि इस मिशन के
तहत और भी अंतरिक्ष यात्रियों को शामिल किया जाएगा। इस वक्त नासा में 47
अंतरिक्ष यात्री एक्टिव हैं। स्पेस एजेंसी का मकसद है कि साल 2024 तक
चंद्रमा तक पहुंचा जा सके हालांकि चंद्रमा तक पहुंचने की संभावना लगातार
बढ़ रही है। जारी किए गए बयान में बताया गया कि नासा के आधे अंतरिक्ष
यात्रियों को स्पेसफ्लाइट का अनुभव है।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, चंद्रमा पर पहली महिला यात्री कदम
रखेगी,लेकिन इस बात का खुलासा नहीं किया है कि यात्री चंद्रमा पर क्या
करेंगे। हाल ही में नासा ने एक रिपोर्ट जारी करते हुए बताया कि इन
यात्रियों के चंद्रमा पर क्या-क्या वैज्ञानिक प्राथमिकताएं होंगी। बताया जा
रहा है कि इन चंद्रमा तक पहुंचने के लक्ष्य में सबसे पहले वहां पर मिट्टी
और चट्टानों के 85 किलो के नमूने जमा कर पृथ्वी पर लाने का काम होगा।
बताया जा रहा है कि इनमें सतह पर और सतह के नीचे दोनों के नमूने शामिल
होंगे। बता दें कि इससे पहले साल 1969 से 1972 तक नासा के अपोलो मिशन में
केवल औसत 64 किलोग्राम के वजन के नमूने लाए गए थे।